Green Tea Benefits: 1 कप ग्रीन या फिर जैसमीन टी क्या है शरीर की चर्बी समेत कई रोगों को दूर करने में है फायदेमंद
Green Tea Benefits: 1 कप ग्रीन या फिर जैसमीन टी क्या है शरीर की चर्बी समेत कई रोगों को दूर करने में
दिल्ली। Green Tea Benefits: बढ़ते वजन को घटाने के लिए लोग डाइटिंग, वर्कआउट और ग्रीन टी का सहारा लेते हैं। डॉक्टर भी बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए ग्रीन टी पीने की सलाह देते हैं। इसमें मौजूद आवश्यक पोषक तत्व मोटापा और मधुमेह में फायदेमंद साबित होते हैं। आजकल ग्रीन टी के अलावा कई अन्य टी भी ट्रेंडिंग में हैं। इनमें जिनसेंग टी, कैमोमाइल टी, माचा ग्रीन टी, जैस्मिन टी, हिमालयन ग्रीन टी, ब्लैक टी, हनी लेमन ग्रीन टी आदि प्रमुख हैं। लोग अपनी सुविधानुसार ग्रीन या जैस्मिन टी का सेवन सकते हैं। अगर आप भी मोटापे से परेशान हैं और तेजी से वजन घटाना चाहते हैं, तो ग्रीन या जैस्मिन में किसी एक चाय का सेवन कर सकते हैं। आइए, जानते हैं कि जैस्मिन और ग्रीन टी में कौन ज्यादा फायदेमंद है-
ग्रीन टी
ग्रीन टी कैफीन युक्त होती है। यह चाय के पौधे से तैयार की जाती है। इसी चाय के पौधे से ब्लैक और ऊलांग टी बनाई जाती है। हालांकि, इनके स्वाद में अंतर होता है। ऐसा सुखाने के दौरान विशेष प्रक्रिया को अपनाने से होता है। ग्रीन टी पर कई शोध किए हैं। इसके चलते ग्रीन टी के फायदे के बारे में पर्याप्त साख है। ऐसा कहा जाता है कि ग्रीन टी पीने से ध्यान केंद्रित होता है, मेटाबॉलिज़्म बढ़ता है, ओरल हेल्थ में सुधार होता है और ह्रदय स्वस्थ रहता है। इसके अलावा, बढ़ते वजन और शुगर को कंट्रोल करने में भी फायदेमंद साबित होता है।
जैस्मिन टी
चमेली के फूल से यह चाय तैयार किया जाता है। चमेली के पौधे खूबसूरत सुगंध के लिए घर पर उगाए जाते हैं। लोग पूजा में भी चमेली के फूल का प्रयोग करते हैं। इसकी खुशबू दूर तक फैलती है। आसान शब्दों में कहें तो चमेली के फूल की खुशबू का पता दूर से ही चल जाता है। जैस्मिन और ग्रीन टी में अधिक अंतर नहीं है। जैस्मिन टी में केवल खुशुबू होती है। इसके अलावा, दोनों चाय पीने के समान फायदे हैं। जैस्मिन टी पीने से तनाव में भी राहत मिलता है। बढ़ते वजन को कंट्रोल करने के लिए एक दिन में 2 से 3 कप ग्रीन टी पी सकते हैं।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।